tag:blogger.com,1999:blog-6631399405570720310.post1827350843387098517..comments2023-10-31T11:05:43.618+00:00Comments on महावीर: पूर्णिमा वर्मन जी की एक कवितामहावीरhttp://www.blogger.com/profile/00859697755955147456noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-6631399405570720310.post-60725417734730211572011-11-20T00:21:27.355+00:002011-11-20T00:21:27.355+00:00दीपक एवं प्राण जी को इस पुण्य कार्य हेतु साधुवाद!!...दीपक एवं प्राण जी को इस पुण्य कार्य हेतु साधुवाद!!!<br /><br />पूर्णिमा जी रचना बहुत सुन्दर है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6631399405570720310.post-31735061734742112782011-11-16T17:20:16.363+00:002011-11-16T17:20:16.363+00:00महावीर जी के ब्लॉग का पुनः सञ्चालन....यह कैसी अनुभ...महावीर जी के ब्लॉग का पुनः सञ्चालन....यह कैसी अनुभूति दे रहा है अभी, बिलकुल ही बता नहीं सकती...<br /><br />संचालक मंडल का कोटि कोटि आभार...<br /><br />पूर्णिमा जी की रचना पर तो क्या कहें...??<br /><br />अद्वितीय !!!!रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6631399405570720310.post-66950383879227106102011-11-08T11:09:00.484+00:002011-11-08T11:09:00.484+00:00SUSHREE PURNIMA VARMAN KEE KAVITA
NE MAN MOH LIYA ...SUSHREE PURNIMA VARMAN KEE KAVITA<br />NE MAN MOH LIYA HAI . UNKEE SUNDAR<br />KAVYABHIVYAKTI KE LIYE UNHEN DHERON<br />BADHAAEEYAN AUR SHUBH KAMNAYEN .<br />SHRI DEEPAK MASHAL KO BHEE NAANAA<br />BADHAAEEYAN . UNHONNE MERE PARAM<br />AADARNIY SHRI MAHAVIR SHARMA JI KEE<br />YAAD KO TAAZAA KAR DIYA HAI -<br /><br />YEH KAESEE BADLEE CHHAAYEE HAI <br />LO , YAAD TUMHAAREE AAYEE HAIpran sharmahttps://www.blogger.com/profile/14595198332257086105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6631399405570720310.post-72889149897623597382011-11-08T08:01:53.642+00:002011-11-08T08:01:53.642+00:00मन के सादे बाज़ारों में
हम यारों बेमोल बिके हैं
...मन के सादे बाज़ारों में<br /><br />हम यारों बेमोल बिके हैं<br /><br /> कवियों के साथ अक्सर यही होता है...अच्छी कविता के लिए बधाई हो पूर्णिमाजी...<br /><br /> <br />दीपक ने परदेस में हिंदी लिखने वालों को सोते से जगाया है और उनके शब्दों को सूरज कि रौशनी दिखाने का आश्वासन देकर नयी उम्मीदें जगाई हैं ...<br />महावीरजी द्वारा प्रज्वलित जोत को जलाए रखने का जो बीड़ा तुमने उठाया है उसके लिए ढेर सारी शुभकामनाएं...neerahttps://www.blogger.com/profile/16498659430893935458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6631399405570720310.post-35068408059753336572011-11-08T04:59:21.727+00:002011-11-08T04:59:21.727+00:00पूर्णिमा जी की कविता अद्भुत है...आदरणीय महावीर जी ...पूर्णिमा जी की कविता अद्भुत है...आदरणीय महावीर जी के ब्लॉग पर अरसे बाद आकार लगा जैसे अपने घर लौट आये हैं...उनकी यादें दिल में हमेशा ताज़ा रहेंगी...दीपक जी आपने ये बहुत नेक काम हाथ में लिया है...इश्वर आपको सफलता प्रदान करे<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6631399405570720310.post-9432175661103194332011-11-08T03:30:16.801+00:002011-11-08T03:30:16.801+00:00Saraahneey !Saraahneey !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6631399405570720310.post-67581065277521983812011-11-08T02:38:25.075+00:002011-11-08T02:38:25.075+00:00पहले मैं श्री प्राण शर्मा जी व् स्नेही दीपक मशाल क...पहले मैं श्री प्राण शर्मा जी व् स्नेही दीपक मशाल को बधाई देना चाहती हूँ उस आँगन के दरवाज़े खुलना के लिए जो दिलों का घर आंगन बना हुआ था. आप श्री महावीर जी के ब्लॉग को पूर्णिमा वेर्मन जी की रचना से सजाया है, निश्चित ही अब यह गुलशन अब पहलगा, फूलेगा और महकाएगा.<br />सन्नाटों में भी आवाज़ें<br />खुशियों में भी दर्द छुपे हैं<br />क्या कहूं इस मुए दर्द के बारे में<br />दर्द नहीं सीने में जिनके <br />खाक वो जीते, ख़ाक वो मरते<br />ढेर सारी शुभ्कमानों के साथDevi Nangranihttps://www.blogger.com/profile/08993140785099856697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6631399405570720310.post-12416711478103961692011-11-08T01:54:42.480+00:002011-11-08T01:54:42.480+00:00सत्य का यही पक्ष तो भ्रमित करता हैसत्य का यही पक्ष तो भ्रमित करता हैप्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com