नववर्ष की शुभकामनाएँ, आप प्रस्तुत करें, मैं इंतज़ार में हूँ
aaderniye Mahavir jee sir,aapke naye blog ke liye bahut bahut shubhkamanaaye,nav varsh ki bhi haarsik shubhkamanaaye,pehli post ke intjaar meinsaadarhem jyotsana
श्र्देय महावीर जी सादर नमन आपके लिखे पर टिप्पणी देना मेरे लिये सूर्य को दीपक दिखाने जेसा है नववर्ष कि आप एवं आप के परिवार को शुभकामनायें
नया साल ख़ुशियोँ का पैग़ाम लाएडा. अहमद अली बर्क़ी आज़मीनया साल ख़ुशियोँ का पैग़ाम लाएख़ुशी वह जो आए तो आकर न जाएख़ुशी यह हर एक व्यक्ति को रास आएमोहबब्बत के नग़मे सभी को ससुनाएरहे जज़बए ख़ैर ख़्वाही सलामतरहैँ साथ मिल जुल के अपने पराएजो हैँ इन दिनोँ दूर अपने वतन सेन उनको कभी यादे ग़ुर्बत सताएनहीँ ख़िदमते ख़ल्क़ से कुछ भी बेहतरजहाँ जो भी है फ़र्ज़ अपना निभाएमुहबबत की शमएँ फ़रोज़ाँ होँ हर सूदिया अमन और सुल्ह का जगमगाएरहेँ लोग मिल जुल के आपस मँ बर्क़ीसभी के दिलोँ से कुदूरत मिटाए
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नववर्ष की शुभकामनाएँ, आप प्रस्तुत करें, मैं इंतज़ार में हूँ
aaderniye Mahavir jee sir,
aapke naye blog ke liye bahut bahut shubhkamanaaye,nav varsh ki bhi haarsik shubhkamanaaye,
pehli post ke intjaar mein
saadar
hem jyotsana
श्र्देय महावीर जी सादर नमन आपके लिखे पर टिप्पणी देना मेरे लिये सूर्य को दीपक दिखाने जेसा है नववर्ष कि आप एवं आप के परिवार को शुभकामनायें
नया साल ख़ुशियोँ का पैग़ाम लाए
डा. अहमद अली बर्क़ी आज़मी
नया साल ख़ुशियोँ का पैग़ाम लाए
ख़ुशी वह जो आए तो आकर न जाए
ख़ुशी यह हर एक व्यक्ति को रास आए
मोहबब्बत के नग़मे सभी को ससुनाए
रहे जज़बए ख़ैर ख़्वाही सलामत
रहैँ साथ मिल जुल के अपने पराए
जो हैँ इन दिनोँ दूर अपने वतन से
न उनको कभी यादे ग़ुर्बत सताए
नहीँ ख़िदमते ख़ल्क़ से कुछ भी बेहतर
जहाँ जो भी है फ़र्ज़ अपना निभाए
मुहबबत की शमएँ फ़रोज़ाँ होँ हर सू
दिया अमन और सुल्ह का जगमगाए
रहेँ लोग मिल जुल के आपस मँ बर्क़ी
सभी के दिलोँ से कुदूरत मिटाए
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